इतिहास
1947 में आजादी के बाद भारत सरकार ने पूरे देश के लिए सरकारी समय के रूप IST को स्थापित कर दिया, हालाँकि कोलकाता और मुंबई 1955 तक अपने स्थानीय समय (बॉम्बे समय के रूप में जाना जाता है) को बनाए रखा है। सेंट्रल वेधशाला चेन्नई से एक स्थान पर ले जाया गया था, भारतीय समय उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले से निर्धारित होता है।, इसलिए कि यह संभव के रूप में UTC +5:30 के करीब होगा। १९६२ के भारत-चीन युद्ध तथा १९६५ और १९७१ के भारत-पाकिस्तान युद्ध में अल्प समय के लिए डेलाइट सेविंग टाइम का उपयोग किया गया था।
भारतीय मानक समय(इंडियन स्टैंडर्ड टाइम) की स्थापना
भारतीय मानक समय(आईएसटी) की स्थापना 1 सितम्बर 1947 को हुई थी। समय के इस पैमाने को नामने का अर्थ भारतीय समय की अंतराष्ट्रीय मानक समय ग्रीनविच मीन टाइम(जीएमटी) से तुलना करने से है। जीएमटी का निर्धारण इंग्लैंड के ग्रीनविच में स्थित ऑब्जर्वेटरी से होता है
भारतीय मानक समय(आईएसटी) जीएमटी से साढ़े पांच घंटे आगे है। अर्थात इंग्लैंड में जब दोपहर का 12 बजे का समय होता है, तब भारत में शाम के 5:30 बजे होते हैं। सभी देशो का समय इसी आधार पर ही तय किया जाता है।
भारत की मानक याम्योत्तर रेखा किसे माना गया है
मानक समय वह समय है, जो किसी देश या विस्तृत भू-भाग के लोगों के व्यवहार के लिये स्वीकृत होता है। यह उस देश के स्वीकृत मानक याम्योत्तर के लिये स्थानीय माध्य समय होता है। हमारे अपने स्थानों के समय स्थानीय समय कहलाते हैं। इनसे हमारी समय संबंधी स्थानीय आवश्यकता तो पूर्ण हो जाती है, किंतु ये अन्य स्थानों के लिये उपयोगी नहीं होते। इसीलिये मानक समय की आवश्यकता पड़ती है।
देशांतर रेखा को भारत मानक याम्योत्तर (मानक देशांतर) माना जाता है – 82 1/2° देशांतर रेखा (82°30 पूर्वी देशांतर रेखा को).
1947 में आजादी के बाद भारत सरकार ने पूरे देश के लिए सरकारी समय के रूप IST को स्थापित कर दिया, हालाँकि कोलकाता और मुंबई 1955 तक अपने स्थानीय समय (बॉम्बे समय के रूप में जाना जाता है) को बनाए रखा है। सेंट्रल वेधशाला चेन्नई से एक स्थान पर ले जाया गया था, भारतीय समय उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले से निर्धारित होता है।, इसलिए कि यह संभव के रूप में UTC +5:30 के करीब होगा। १९६२ के भारत-चीन युद्ध तथा १९६५ और १९७१ के भारत-पाकिस्तान युद्ध में अल्प समय के लिए डेलाइट सेविंग टाइम का उपयोग किया गया था।
भारतीय मानक समय(इंडियन स्टैंडर्ड टाइम) की स्थापना
भारतीय मानक समय(आईएसटी) की स्थापना 1 सितम्बर 1947 को हुई थी। समय के इस पैमाने को नामने का अर्थ भारतीय समय की अंतराष्ट्रीय मानक समय ग्रीनविच मीन टाइम(जीएमटी) से तुलना करने से है। जीएमटी का निर्धारण इंग्लैंड के ग्रीनविच में स्थित ऑब्जर्वेटरी से होता है
भारतीय मानक समय(आईएसटी) जीएमटी से साढ़े पांच घंटे आगे है। अर्थात इंग्लैंड में जब दोपहर का 12 बजे का समय होता है, तब भारत में शाम के 5:30 बजे होते हैं। सभी देशो का समय इसी आधार पर ही तय किया जाता है।
भारत की मानक याम्योत्तर रेखा किसे माना गया है
मानक समय वह समय है, जो किसी देश या विस्तृत भू-भाग के लोगों के व्यवहार के लिये स्वीकृत होता है। यह उस देश के स्वीकृत मानक याम्योत्तर के लिये स्थानीय माध्य समय होता है। हमारे अपने स्थानों के समय स्थानीय समय कहलाते हैं। इनसे हमारी समय संबंधी स्थानीय आवश्यकता तो पूर्ण हो जाती है, किंतु ये अन्य स्थानों के लिये उपयोगी नहीं होते। इसीलिये मानक समय की आवश्यकता पड़ती है।
देशांतर रेखा को भारत मानक याम्योत्तर (मानक देशांतर) माना जाता है – 82 1/2° देशांतर रेखा (82°30 पूर्वी देशांतर रेखा को).
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